Different Fitting Tools

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  •  विभिन्‍न कल-पुर्जों को जोड़कर उन्हें मशीन रूप देने वाला कारीगर, फिटर कहलाता है।
  •  किसी कार्यखण्ड की सतह से खुरदरी सतह वाले औजार को रगड़कर अवांछित पदार्थ को चूर्ण के रूप में हटाने की प्रक्रिया को रेतना (filing) कहते हैं तथा इसके लिए प्रयुक्त औजार को रेती (file) कहा जाता है।
  •  रेती का वह नुकीला भाग, जिस पर हैण्डिल लगाया जाता है, टैंग (tang) कहलाता है।
  •  आरी के दाँतों पर धार लगाने तथा चौकोर या तिकोने खाँचों के कोने तेज (sharp) करने के लिए त्रिभुजाकार रेती का प्रयोग किया जाता है।
  •  सिंगल कट रेती के दाँते, फलक पर समान्तर सीधी रेखाओं में फलक के साथ 600 के कोण पर बने होते हैं।
  • रफ रेती में 8 दाँते प्रति सेमी होते हैं तथा यह सबसे अधिक मोटे दाँतों वाली रेती होती है।
  • बास्टर्ड रेती में प्रति सेमी 12 दाँते होते हैं। यह मध्यम ग्रेड की रेती है जिसका प्रयोग हार्ड एवं सॉफ्ट दोनों प्रकार की धातुओं के लिए किया  जाता है।
  •  सेकण्ड कट रेती में 16 दाँते प्रति सेमी, स्मूथ रेती में 20 से 24 दाँते प्रति सेमी तथा सुपर हैड रेती स्मूथ में 40 से 65 दाँते प्रति सेमी होते हैं।
  • छेनी को हाई कार्बन स्टील से बनाया जाता है।
  • छेनियो के शीर्ष को फोर्जिंग विधि द्वारा लगभग 70के कोण पर शंक्वाकार बनाया जाता है।
  • ट्राई स्कवायर समकोण पर कसी दो भुजाओ-स्टॉक और ब्लेड से बना होता है। स्टॉक कास्ट आयरन से तथा ब्लेड स्टेनलेस स्टील से बना होता है।
  •  डिवाइडर, माइल्ड स्टील या हाई कार्बन स्टील के बने होते है।
  •  सर्फेस प्लेट कास्ट आयरन की ढली हुई प्लेट होती है, जिसकी मोटाई 2.5 सेमी से 7.5 सेमी तक हो सकती है।
  •  जॉब को किसी विशेष एंगिल पर सहारा देने के लिए बनाई गई कास्ट आयरन की प्लेट, एंगिल प्लेट कहलाती है।
  •  सर्फेस गेज को मार्किंग ब्लॉक एवं स्क्राइबिंग ब्लॉक भी कहा जाता है।
  •  सर्फेस गेज का उपयोग कार्यखण्ड पर आधार के समान्तर रेखाएँ खींचने के लिए किया जाता है।
  •  किसी भी कार्यखण्ड की सतह पर की गई अस्थायी मार्किंग को स्थायी बनाने के लिए पंच का उपयोग किया जाता है।
  • सेन्टर पंच का प्वॉइण्ट कोण 900 होता है, जिससे ड्रिल प्वॉइण्ट आसानी से पंच द्वारा लगाए गए सेन्टर में बैठ सके।
  •  किसी मापक यन्त्र द्वारा मापी जा सकने वाली न्यूनतम माप ही उस यन्त्र का अल्पतमांक कहलाती है।
  • वर्नियर कैलीपर का अल्पतमाक 0.1 मिमी से 0.2 मिमी तक होता है।
  • माइक्रोमीटर नट-बोल्ट के सिद्धान्त पर कार्य करता है।
  • माइक्रोमीटर का अल्पतमांक 0.01 मिमी होता है।
  • वर्नियर माइक्रोमीटर जिसका प्रयोग अतिसूक्ष्म माप शुद्धता के साथ लेने के लिए किया जाता है, अल्पतमांक 0.001 मिमी होता है।
  •  फिटिंग तथा मशीन शॉप में प्रयुक्त होने वाला हैमर कास्ट स्टील तथा ड्रॉप फोर्ज कार्बन स्टील से निर्मित होता है जबकि धातु चादर कार्य में प्रयुक्त होने वाला हैमर लकड़ी, रबर, प्लास्टिक आदि से निर्मित होता है।
  •  अधिक भारी कार्यों के लिए स्लेज हैमर का प्रयोग किया जाता है,जिसका भार 2 किग्रा से 10 किग्रा तक होता है।
  •  बेंच वाइस की बॉडी साधारणत: कास्ट आयरन की बनी होती है।
  •  यूनिवर्सल मशीन वाइस में कार्यखण्ड को बाँधकर, क्षैतिज अथवा   उर्ध्वाधर प्लेन में किसी भी कोण पर घुमाया जा सकता है।

 

 

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